अविनाश भगत : जम्मू कश्मीर राज्य कल 31 अक्टूबर को दो संघ शासित प्रदेशों के वजूद में आ जायेगा। यह संघ शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख होंगें। मालूम हो कि इस बावत केंद्र की मोदी सरकार ने बीती 5 अगस्त को संसद में ऐलान किया था। उस दिन राज्य से धारा 370 व अनुच्छेद 35ए को भी हटाए जाने की घोषणा की गई। इन संघ शासित प्रदेशों के निर्माण के साथ यहां के प्रशासन का नेतृत्व अब उपराज्यपाल करेंगें। जोकि उपराज्यपाल गिरिश चंद मुर्मू तथा उपराज्यपाल आरके माथुर होंगें। जिन्हें क्रमशः श्रीनगर व लेह में राज्य उच्च न्यायालय की मुख्यन्यायधीश जस्टिस गीता मितल शपथ दिलाऐंगी।
दो संघ शासित प्रदेशों में बंटा ये राज्य
सूत्रों का कहना है कि चूंकि आज का यह राज्य कल दो संघ शासित प्रदेशों के रूप में वजूद में आ जाऐगा। जिसे लेकर पाकिस्तान व उसके पालतु आतंकियों की बौखलाहट जगजाहिर है इसलिए सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस गीता मित्तल कल सुबह करीब 8 बजे पहले लेह में नवनियुक्त उपराज्यपाल आरके माथुर को और फिर दोपहर करीब 1 बजे राजभवन श्रीनगर में नवनियुक्त उपराज्यपाल गिरिश चंद मुर्मू को शपथ दिलाऐंगी। मालूम हो कि मौजूदा राज्यपाल सत्यपाल मलिक कल से गोवा के राज्यपाल के तौर पर पदभार संभालेंगें।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात
सूत्रों को कहना है कि इन दोनों संघ शासित प्रदेशों के लिए कर्मचारियों व अफसरों की तैनाती को लेकर गत कईं दिनों से जारी कवायद को अंतिम रूप दे दिया गया है। जोकि पहले राज्य का अपना केएएस कैडर होता था, अब वह कल से एजीएमयूटी यानि अरूणाचल, गोवा, मिजोरम यूनियन टैरिटोरिज का नया रूप लेगा। इस बीच सूत्रों का कहना है कि खुफिया एजेंसियों को इस बावत लगातार इनपुटस मिल रहे हैं कि कल राज्य के नये रूप के मौके पर पाकिस्तान की ओर से आतंकियों के जरिए बड़ी गड़बड़ियों की साजिश को अंजाम दिया जा सकता है। इसलिए तमाम सुरक्षा एजेंसियां बेहद कड़ी चैकसी पर हैं। मंदिरों के शहर जम्मू में भी कईं नाकों को और मजबूत किया गया हैं, वहीं यहां भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।