सरफ़राज़ आलम : अब शहरी आबादी को भी गुणवत्तापूर्ण टीकाकरण की सुविधा मिल पाएगी। इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मॉडल टीकाकरण कार्नर की शुरूआत की गई है। जिसका उद्घाटन जिला सिविल सर्जन डॉ ललन सिंह ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा की शहरी आबादी और स्लम बस्तियों में स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुचाने के उद्देश्य से मॉडल टीकाकरण कार्नर बनाया गया है। निजामत टोला शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा हटिया गाछी बस्ती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मॉडल टीकाकरण कॉर्नर की स्थापना की गई है।
सुबह 11 से शाम 7 बजे तक मिलेगी सुविधा
टीकाकरण केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं और जन्म के बाद के शिशुओं को टीका दिया जाएगा। इन टीका केन्द्रों की खासियत है कि ये सुबह 11 बजे से रात को 7 बजे तक खुली रहेंगी। इसमें हैपेटाइटिस के दूसरे चरण, आईपीवी पोलियो, निमोनिया, सहित रोटा वायरस जैसे टीके दिये जाएंगे।
स्लम बस्तियों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास
सिविल सर्जन डॉ. ललन सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में टीकाकरण की संख्या कम है। वहीं राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन का मुख्य उद्देश्य शहरी, खास कर स्लम बस्तियों में रहने वालों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान देना है। अभी दो जगहों पर काम पूरा कर लिया गया है।
आधुनिक रूप से किया गया विकसित
टीकाकरण कार्नर को पूरी तरह से आधुनिक रूप से विकसित किया गया है। यहां पेंडेंट लाइट्स के साथ एलईडी भी लगाए गए हैं। वहीं टीकाकरण के फायदों को बोर्ड के द्वारा भी बताया गया है। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ कुमार विवेकानंद , डीपीएम राहुल किशोर, प्राथमिक शहरी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनुज कुमार, हटिया गाछी सहरसा बस्ती प्राथमिक शहरी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ रितेश कुमार सिंह, यूनिसेफ के एसआरसी अभय कांत श्रीवास्तव, एसएमसी बंटेश नारायण मेहता, मजरूल हसन, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि, सीएफएआर के डिविजनल कोऑर्डिनेटर प्रोग्राम योगेश्वर कुमार राजा तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।