दिल्ली में यमुना खादर का इलाका ऐसा है जो सड़क से नहीं जुड़ा है, लेकिन यहां करीब 60-65 लोग रहते हैं। लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से जुड़े लोग मंगलवार को इन लोगों तक पहुंचे। संघ से जुड़े संगठन सेवा भारती के लोग नाव के जरिए यहां तक पहुंचे और यहां रह रहे लोगों को राशन उपलब्ध कराया।
संघ के दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख रीतेश अग्रवाल ने बताया कि यमुना खादर में कुछ परिवार ऐसे हैं जहां इस लॉकडाउन के दौरान किसी नेता या पुलिस की सहायता नहीं पहुंच पा रही है। जब सेवा भारती दिल्ली के कार्यकर्ताओं को ये बात पता चली तो मंगलवार को सेवा भारती के 6 कार्यकर्ता यमुना खादर में उन परिवारों तक राशन लेकर पहुंचे। उन्होंने कहा कि गाड़ी से हमारी टीम यमुना के किनारे तो पहुंच गई फिर यमुना पार करने के लिए उन्हें नाव का सहारा लेना पड़ा और सेवा भारती की टीम नाव में बैठकर उन परिवारों तक पहुंची।
उन्होंने कहा कि वहां लोग बहुत बुरी हालत में थे। जब हमारी टीम वहां पहुंची तो छोटे-छोटे बच्चों ने उनका हाथ पकड़ लिया, इस उम्मीद से कि शायद वह उन्हें कुछ देंगे। वहां की महिलाओं ने सेवा भारती की टीम को बताया कि उनके पास किसी प्रकार की कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है और उन्हें आने जाने में भी बहुत तकलीफ होती है, नाव में बैठकर हम बाहर तो जा सकते हैं पर सब कुछ बंद है और काम भी किसी के पास नहीं है। यमुना खादर में रह रहे ये लोग सब्जी उगाने का काम करते हैं कुछ लोग बेलदारी करते हैं अभी काम बंद होने के कारण घर में खाने को कुछ नहीं था। सेवा भारती ने यहां रह रहे सभी लोगों तक राशन पहुंचाया।