जम्मू: दिन प्रतिदिन हो रही सड़क दुर्घटना के चलते आज के समय में हर किसी के दिल और दिमाग में दहशत भर दी है वहीं इस बात को ध्यान में रखते हुए सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए रोड सेफ्टी काउंसिल के तहत बनी जिला सड़क सुरक्षा परिषद (डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी काउंसिल) का पुनर्गठन होगा। इस कमेटी में अब जिला आयुक्त के स्थान पर स्थानीय सांसद चेयरमैन होगा, जबकि विधायक और जिला अधिकारी इसके सदस्य रहेंगे। भारत सरकार द्वारा यह नई प्रक्रिया केंद्र शासित प्रदेश में लागू की जा रही है। जेएंडके रोड सेफ्टी काउंसिल के पास इसको लेकर केंद्र सरकार से अधिसूचना आई है।

चिनाब वैली हादसों का केंद्र
जम्मू-कश्मीर में डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी कमेटी वर्तमान में केवल नाम तक सीमित रह गई है। जिला कमेटियों द्वारा अपने जिले में किए जाने वाले सड़क सुरक्षा कार्य को लेकर गंभीर भी नहीं है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सड़क हादसों का केंद्र बने चिनाब वैली के डोडा और किश्तवाड़ जिले की डिस्ट्रिक रोड सेफ्टी कमेटियों की सड़क सुरक्षा सुधार रिके डोडा और किश्तवाड़ जिले की डिस्ट्रिक रोड सेफ्टी कमेटियों की सड़क सुरक्षा सुधार रिपोर्ट वर्ष के अंत में दी है।

सुधार की कोई तय सीमा नहीं
जहां इस रिपोर्ट में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए किए जाने वाले सुधार की कोई तय सीमा नहीं बताई गई है। डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी कमेटी में बदलाव के बाद इसमें सुधार की उम्मीद होगी। नियमों के अनुसार डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी कमेटी को हर महीने एक बैठक करनी होती है। जहां हमारे पास केंद्र सरकार की नए अधिसूचना आई है। इसमें डिस्ट्रिक्ट रोड सेफ्टी में चेयरमैन अब स्थानीय संसद होगा जबकि विधायक इसके सदस्य होंगे। इस कमेटी को हर महीने बैठक करनी होगी, जिसमें सड़क सुरक्षा को लेकर किए जाने वाले कार्य की रिपोर्ट तैयार करनी होगी।

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