अविनाश भगत : अगामी 31 दिसंबर को सेना प्रमुख के पद से सेवानिवृत होने जा रहे जनरल बिपिन रावत के स्थान पर नये सेना प्रमुख के तौर पर तीन ले0 जनरल के नाम इस दौड़ में पता चले हैं। यह ले0 जनरल मनोज नरवाने, ले0 जनरल रणवीर सिंह तथा ले0 जनरल सतेंद्र कुमार सैनी हैं। मालूम हो कि सेना के मौजूदा प्रमुख जनरल बिपिन रावत अगामी 31 दिसंबर को इस पद से सेवानिवृत होने के बाद उन्हें चीफ आॅफ डिफेंस स्टाफ की बेहद अहम तथा नई जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।

पीएम मोदी ने की थी घोषणा
बता दें कि, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के नये पद का सृजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से घोषणा में किया गया था। बाद में इस नये सृजत पद के लिए पहले प्रमुख मौजूदा सैन्य जनरल बिपिन रावत का नाम तय किया गया। इस पद पर आसीन होने पर जनरल बिपिन रावत सेना के तीनों अंगो यानि जल, थल तथा वायु सेना की ओर से सरकार के एकमात्र सलाहकार होगें।

ले0 जनरल रणवीर सिंह के नेतृत्व में पाकिस्तान में हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
गौरतलब है कि मौजूदा वक्त में उधमपुर स्थित सेना की उत्तरी कमान के ले0 जनरल रणवीर सिंह के नेतृत्व में सितंबर 2016 में पाकिस्तान में सर्जीकल स्ट्राइक की थी, तब वह डायरेक्टर जनरल आफ मिलिट्री आपरेशन थे। उनकी उत्तरी कमान के प्रमुख के तौर पर यहां उधमपुर में तैनाती एक जून 2018 को हुई थी। तब यहां इस पद पर ले0 जनरल देबराज अनबु तैनात थे, जोकि गत 31 अगस्त को सेवानिवृत हो गए।
वहीं ले0 जनरल नरवाने मौजूदा वक्त में सेना के उपप्रमुख के साथ साथ पूर्वी कमांड के अलावा आर्मी ट्रेनिंग कमांड के प्रमुख तथा वरीयता के आधार पर उक्त दोनों ले0 जनरलों से वरिष्ठ हैं। इनका कष्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए अभियानों में भी अच्छा अनुभव है।

ले0 जनरल सतेंद्र कुमार सैनी को सेना में विभिन्न पदों पर रहने का खासा अनुभव
लेकिन वहीं सेना की दक्षिण कमांड के प्रमुख ले0 जनरल सतेंद्र कुमार सैनी को सेना में विभिन्न अहम पदों पर रह कर खासा अनुभव है और वह हिमाचल के कांगडा की योल छावनी स्थित नौंवी कोर जिसके तहत जम्मू सांबा तथा कठुआ जिले आते हैं, के प्रमुख रहे हैं। केवल इतना ही नहीं ले0 जरनल सैनी को सेना की 7वीं जाट, माउंटेन ब्रिगेड के साथ साथ आंतकवाद विरोधी राष् ट्रीय राइफल्स के किलो फोर्स का भी खासा अनुभव है।
सूत्रों का कहना है कि नये सेना प्रमुख की नियुक्ति का फैसला प्रधानमंत्रर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मंत्री परिषद की एप्वाईंटमेंट- कमेटी करेगी। जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी सदस्य बताए गए हैं। सूत्रों का मानना है कि सामरिक महत्व के नजरिए से जम्मू कश्मीर हमेशा से बेहद अहम माना जाता है। इसलिए संभवतः उक्त कमेटी नये सेना प्रमुख का निर्णय करते वक्त इस पर भी गौर कर सकती है कि उक्त तीनों ले0 जनरल में किन्हें जम्मू कश्मीर का खासा अनुभव है।

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