मकरसंक्रांति पर्व के अवसर पर कल 22 जनवरी को सैंडिस कंपाउंड में पतंगोत्सव का आयोजन करेंगे अर्जित चौबे।
राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भाजयुमो सह पूर्व प्रत्याशी भागलपुर विधान सभा अर्जित शाश्वत चौबे ने मकरसंक्रांति उत्सव के शुभ अवसर पर पूर्व निर्धारित पतंगोत्सव कार्यक्रम दिनांक 22 जनवरी को प्रातः 10 बजे दिन से स्थानीय सैंडिस मैदान में आयोजित किया है।अर्जित ने कहा कि उत्तरायण के अवसर पर भागलपुर में पहली बार वे “पतंगोत्सव” का आयोजन हो रहा है जिसमे सैकड़ों युवा, महिला, पुरुष, वृद्ध, बच्चे हिस्सा लेंगे।
अर्जित ने कहा कि वे विशेष रूप से अमदाबाद गुजरात जाकर विभिन्न रंग और आकार का पतंग, लटाई एवं मांझा-धागा लाया है जो पतंगबाजों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। ज्ञात हो कि पश्चिम भारत विशेषकर गुजरात में उत्तरायण में सभी अपने छतों पर दिन भर पतंग उड़ा कर रोमांचित होते हैं और गाजे बाजे के साथ भोजन का आनंद लेते हैं।
भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड में विभिन्न स्कूल कालेज गैर सरकारी संगठन के सैकड़ों लोग गाने की धुन पर पतंगबाजी करेंगे। सर्वश्रेष्ठ 3 पतंगबाजों को पुरस्कार स्वरूप प्रथम विजेता टीम को 5100 रुपया, द्वितीय को 3100 रुपया एवं तृतीय विजेता को 1100 रुपया प्रोत्साहना स्वरूप दिया जाएगा एवं 5 टीम को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा। वहीं सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति लगभग 4-5 लोगों का एक समूह बनाकर इस कार्यक्रम में निःशुल्क अपने टीम का नाम दर्ज करा सकता है जिसके बाद उन्हें सीमित समय के लिए पतंगबाजी कर जजों को अपना प्रदर्शन दिखाना पड़ेगा। पतंगोत्सव कार्यक्रम का मुख्य धेय युवाओं को इन प्रकार के खेलों के प्रति प्रेरित करना है एवं पारंपरिक खेलों के प्रति आकर्षित करना है।
अर्जित ने कहा की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने पूर्व के अपने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से आज के युवाओं को पारंपरिक खेलों के प्रति जुझारू होने का सुझाव दिया था ताकि वे विलुप्त ना हो जाये। साथ ही इन खेलों के द्वारा बच्चों में आत्मशक्ति का विकास पैदा करना एवं शारीरिक मानसिक समृद्धि लाना भी आवश्यक है जिसे उद्देश्य बनाना समय की मांग है। मकरसंकतंति के मौसम में सूर्य उत्तरायण होता है जिसका शरीर पर विशेष लाभ भी मिलता है अतः युवाओं को दिन भर सूर्य की रोशनी में पतंगबाजी करने से पर्याप्त सनलाइट मि जाता है जिससे विटामिन डी की कमी भी दूर होती है। इस प्रकार के पारंपरिक खेल शरीर के लिए एवं स्वास्थ्य के लिए उत्तम माने जाते है। अर्जित ने कहा कि मौसम की खराबी के वजह से जरूरी सामग्री नही आ पाया था और पूर्व के निर्धारित कार्यक्रम को 17 जनवरी की जगह 22 जनवरी करना पड़ा था।
पतंगोत्सव का आयोजन में यस वी कैन डु (yes we can do, Bhagalpur)भागलपुर की टीम मुख्य भूमिका में है और भागलपुर के एक दर्जन से ज्यादा संस्थान इनका साथ देकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं जिसमे हेल्पिंग रेज, राबिनहुड आर्मी, लायंस क्लब, आसरा आदि प्रमुख है। शहर के विभिन्न कोचिंग एवं कॉलेजों के विद्यार्थी, आम युवा, प्रौढ़, बच्चे अपनी टीम बनाकर पतंगोत्सव को रोचक और मनमोहर बनाने के लिए उत्साहित हैं।