उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण, वक्फ और हज मंत्री मोहसिन रजा ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ भड़की हिंसा के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमेटी के लोग कसूरवार हैं। रजा ने कहा कि बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के लोगों की दाल अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में नहीं गल रही है, इसलिए इन लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर हिंसा का षड्यंत्र रचा।
रजा ने कहा कि इन दोनों संगठनों वाले लोग पूर्व की सरकारों में अपनी दुकानें चला रहे थे। ये लोग कभी अखिलेश यादव और कभी कांग्रेस की गोद में बैठ जाया करते थे और उन्हें इनाम मिल जाया करता था। अब बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी वाले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में भी घुस जाते हैं। मंत्री ने इल्जाम लगाया कि, ‘इन लोगों के आतंकी ताल्लुक भी हैं। ऐसे लोगों की हमारी सरकार में कोई गिनती नहीं है।’
रजा ने आगे कहा कि ये लोग मुस्लिमों के ठेकेदार बनकर सरकारों में इनाम पाने का प्रयास करते हैं, किन्तु भाजपा के शासन में इन सबके व्यक्तिगत स्वार्थ सधने बंद हो गए हैं, इसलिए इनकी बौखलाहट है। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के लोग अयोध्या प्रकरण में भी माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे। CAA को लेकर जो हिंसा भड़की है, इसके जिम्मेदार यही सब लोग हैं। इन्हीं लोगों ने देश विरोधी उमर खालिद को लखनऊ आने का न्योता दिया था और उसे पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रवक्ता बनाया गया।