नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हो रहे प्रदर्शनों और उसकी वजह से विभिन्न विश्वविद्यालयों में हो रही हिंसा को देखते हुए सोमवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है। यह बैठक संसद एनेक्सी में दोपहर दो बजे से शुरू होगी। इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने इस बैठक में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली चुनाव को देखते हुए किसी भी किस्म के विवाद से बचने के लिए आप ने यह फैसला किया है।

आप नेता संजय सिंह ने कहा है कि हमें ऐसी किसी बैठक की जानकारी ही नहीं है, तो जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। बता दें कि इस बैठक में शामिल होने से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) पहले ही इंकार कर चुके हैं। CAA के खिलाफ जब विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति के पास गेन थी, उस समय भी बसपा उनके साथ नहीं थी। हालांकि पार्टी ने बाद में इस मसले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की थी।

मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘जैसा कि विदित है कि राजस्थान कांग्रेसी सरकार को बीएसपी का बाहर से समर्थन दिये जाने पर भी, इन्होंने दूसरी बार वहाँ बीएसपी के विधायकों को तोड़कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा लिया है जो यह पूर्णतयाः विश्वासघाती है।’ मायावती ने आगे लिखा, ‘ऐसे में कांग्रेस के नेतृत्व में आज विपक्ष की बुलाई गई बैठक में बीएसपी का शामिल होना, यह राजस्थान में पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने वाला होगा। इसलिए बीएसपी इनकी इस बैठक में शामिल नहीं होगी।’

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