संजीव चौहान

नई दिल्ली- इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने वर्ल्ड मेंटल हेल्थ अवेयरनेस डे पर की प्रेस वार्ता का आयोजन किया और विश्व में बढ़ रहे आत्महत्या के मामलो पर बातचीत की। उन्होंने मेन्टल हेल्थ अवेयरनेस पर बात की। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा की विश्व में आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही है। लोग मानसिक रूप से बहुत स्ट्रेस ले रहे है जिससे मेन्टल हेल्थ पर उसका असर पर रहा है। मेन्टल हेल्थ सही करके हम एक स्ट्रेस फ्री जिंदगी जी सकते है और अपने रिश्तो को बेहतर बना सकते है। हम अपनी और दुसरो की मदद कर सकते है।

बातचीत में उन्होंने बताया की विश्व में आठ लाख लोग मेन्टल हेल्थ ठीक न होने के कारण आत्महत्या से कदम उठाते है। उनकी जिंदगी से आशा ख़त्म हो जाती है। जिंदगी में स्ट्रेस ज्यादा होने के चलते वह निराशावादी हो जाते है। जिसके चलते वह आत्महत्या जैसे कदम उठाते है। उन्होंने कहा की इसमें मेडिकल के स्टूडेंट का रेसियो ज्यादा है। युवा वर्ग इसकी चपेट में ज्यादा आ रहा है। डॉ नीलिमा कदम्बी ने बताया की दुनिया में आत्महत्या के बढ़ते रेशो चिंता का बिषय है।

डॉ रवि वांदेकर ने बताया की डॉक्टर्स ने तीन दिन की वोर्क्शोप का आयोजन किया है मेडिकल हेल्थ को लेकर जिसमे स्टूडेंट डॉक्टर को मेन्टल हेल्थ से सम्बंधित ट्रेनिंग्स दी जाएँगी ताकि वह स्वयं और पेसेंट को डिप्रेशन से बहार निकाल सके और अपनी मेन्टल हेल्थ को अच्छी कर सके।

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