अविनाश भगत : घाटी में हालात सामान्य करने की दिशा में केंद्र की मोदी सरकार तथा सूबे के राज्यपाल शासन की कोशिशें फलीभूत होती दिखाई दे रही हैं। करीब 2 माह से ज्यादा समय तक लगा घाटी में पर्यटकों की आमद पर प्रतिबंध हटा दिए जाने के बाद अब फिर से चहल-पहल का नजारा बन रहा है।

बंद पड़े कारोबार में फिर से आएगी तेजी…
बता दें कि, राज्य शासन की ओर से बीते 2 अगस्त को घाटी में मौजूद सभी पर्यटकों को घाटी से निकल जाने की एडवाइजरी के साथ साथ उनकी आमद पर भी पाबंदी लगा दी थी। जिसके कारण मशहूर डलझील, पहलगाम तथा गुलमर्ग जैसे भीड़ भरे पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा पसर गया था। इससे सूबे के राजस्व को भी भारी नुकसान हुआ। परंतु अब पर्यटकों पर लगी पाबंदी को हटा दिए जाने के बाद यहां के पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। यहां के शिकारें वाले से लेकर होटल, लाॅज तथा रेस्तरां के अलावा टूरिस्ट टैक्सी वालों को अपने बंद पड़े कारोबार में फिर पुरानी तेजी आने की उम्मीद जगी है।

पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हुई सरकार..
हालांकि मौजूदा वक्त में सूबे में ब्लॉक डेवलपमेंट कौंसिल के चुनाव की प्रक्रिया भी चल रही है। वहीं सूत्रों की माने तो आतंकी गड़बडी भी मचा सकते हैं। लेकिन सेना तथा सुरक्षाबलों की घाटी में भारी मौजूदगी तथा उनके बुलंद हौसलों के कारण परिंदा पर भी नहीं मार सकता। शासन की ओर से पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर व्यापक एवं कड़े कदम उठाए गए हैं। यही वजह है कि घाटी में आंतकियों की मौजूदगी के बावजूद सुरक्षाबलों की सतर्कता के चलते किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हो पा रही है।

डलझील का नजारा देखते मिले पर्यटक…
गौरतलब है कि केंद्र सरकार व राज्य शासन की ओर से घाटी के सेब उत्पादकों की मदद के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। ताकि घाटी में हालात जल्द से जल्द सामान्य हो सकें। आज से पर्यटकों की घाटी में आमद को लेकर लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिए जाने के कारण कई पर्यटक डलझील का नजारा देखते मिले।

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