अगर एक दिन बिहारी काम करना बंद कर दे तो थम जायेगी दिल्ली: नीतीश कुमार
नरेंद्र भंडारी(प्रबंध संपादक)मदरलैंड वॉइस पटना, अक्टूबर 23, 2019: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जदयू ने आज बदरपुर में आयोजित कार्यकर्ता शिविर के माध्यम से अपनी चुनावी तैयारियों का आगाज कर दिया है।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार और विशेष अतिथि के रूप में दिल्ली जदयू के प्रभारी और बिहार के जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा उपस्थित रहे। इस मौके पर केसी त्यागी, ललन सिंह, संजय झा, पवन वर्मा जैसे दिग्गजों के अलावा जदयू दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष श्री दयानंद राय के नेतृत्व में दिल्ली के हजारों जदयू कार्यकर्ताओं मौजूद रहें। इस अवसर पर नीतीश कुमार ने संजय झा और दयानंद राय को दिल्ली चुनाव के लिए अधिकृत करते हुए, चुनाव संबंधित सारे कार्यों इनके दिशा निर्देश में संपन्न होने का एलान किया।
इस दौरान अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने दिल्ली में रहने वाले बिहारियों के महत्व को बताते हुए कहा ,” दिल्ली के अप्रत्याशित विकास में देश के सभी लोगों का योगदान है। कई लोग बिहार के लोगों का मज़ाक उड़ाते है। दिल्ली में बिहार के इतने लोग रहते है कि यदि एक दिन के लिए वे तय कर लें उन्हें काम नहीं करना है, तो दिल्ली थम जाएगी।“ उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली में बिहार के लोगों को अच्छे नजरों से नहीं देखा जाता था। बिहार के लोग भी अपना परिचय देने में हिचकिचाते थे लेकिन बिहार में अब इतना काम हुआ है कि बिहारी लोग बाहर में भी अपना परिचय गर्व से देते हैं। बिहारी किसी पर बोझ नहीं है। वह किसी के कृपा से नहीं बल्कि अपनी मेहनत से बुलंदी पर पहुंच रहे हैं।
दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा उठाते हुए श्री कुमार ने सभी कॉलोनियों को अविलंब अधिकृत करने की मांग की. उन्होंने कहा कि हर चुनावों में राजनीतिक दल अनाधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा उठाते हैं लेकिन चुनाव बाद काम करना तो दूर उन्हें इसकी याद तक नही आती। इन कॉलोनियों में लोगों को न तो स्वच्छ पेयजल मिल पाता है और न ही दिल्ली के अन्य इलाकों की तरह बिजली और सड़क की सुविधा उन्हें उपलब्ध हो पाती है। यह दल बताएं कि आखिर इनसे इतना भेदभाव क्यों? वह जान लें कि अब इनकी आवाज दबने वाली नही है। जदयू इनके हक की आवाज को हर मंच से बुलंद करने वाली है।
बिहार में किए गये विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कि 2005 में बिहार में विधि-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी लेकिन अब बिहार में सुशासन का राज है। पहले शाम 7बजे के बाद कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। हमने बिहार में न्याय व्यवस्था को पुनर्स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि आज बिहार में समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की आवाज और भागीदारी प्रदेश के विकास की दिशा तय कर रही है। हमने बिहार में महिला उत्थान के लिए जितना काम किया है उतना शायद ही किसी और सरकार ने किया है। बिहार पहला राज्य है जिसने महिलाओं को पंचयाती राज में50% आरक्षण दिया। वहीं, साइकिल योजना ने बिहार में लड़कियों की शिक्षा की दिशा में एक सामाजिक क्रांति का सूत्रपात किया।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार ने बिहार में हर क्षेत्र में काम किया है, चाहे वह विकास हो, समाज सुधार हो या सामाजिक न्याय की बात हो। बिहार में लगातार काम हो रहा है।हमने 2015 में सात निश्चय का ऐलान किया और 2016 से उसपर काम कर रहे हैं।
शराबबंदी को साम्प्रदायिक और सामाजिक सौहार्द का प्रतीक बताते हुए श्री कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी से अपराध से लेकर बीमारियों में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौके पर उन्होंने बिहार के बाद देश भर में भी शराबबंदी को लेकर आंदोलन चलाने पर जोर भी दिया।
इस अवसर पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव तथा दिल्ली प्रभारी और बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री श्री संजय कुमार झा ने कहा, “आज से 50 साल बाद जब बिहार का इतिहास लिखा जाएगा तो नीतीश जी के कार्यकाल को स्वर्णिम अक्षर में लिखा जाएगा। पूर्वांचल के लोगों के वोट से लोग दिल्ली में राज करते है, लेकिन जब इनके लिए काम करने की बारी आती है, तो यही लोग कहते हैं कि बिहार के लोग 500 रुपए लेकर दिल्ली आ जाते हैं इलाज कराने। आपके पास मौका है ऐसे लोगों को जवाब देने का।
श्री झा ने आगे कहा, “जो काम नीतीश कुमार जी ने बिहार में किया है उसी काम को लेकर हम आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में पूरी मजबूती से लोगों के बीच जाएंगे।
नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार ने विकास की एक नई दिशा तय की है। पहले ये बताने में शर्म आती थी कि हम बिहार से हैं,लेकिन नीतीश कुमार जी ने बिहार का कायाकल्प कर दिया।”
इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नयी दिल्ली के बदरपुर में हरी नगर विस्तार पार्ट-2 स्थित सांईं लीला ग्रांड में किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के 70 विधानसभा क्षेत्रों के 3000 से अधिक सक्रिय जदयू कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।