नए सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे के पाक कब्जे वाले कश्मीर (PoK) पर दिए गए बयान का देश के कई हिस्सों में स्वागत किया जा रहा है लेकिन राजस्थान के अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन ने कहा कि, ‘जब सेना तैयार है तो किस बात का इंतजार है। पीओके को भारत में शामिल करने के लिए भारतीय संसद को सेना को तुरंत आदेश देना चाहिए।
पाक कब्जे वाला कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा
एक वीडियो संदेश जारी करके उनकी ये बात सबके सामने आई है। जो सेना प्रमुख नरवणे के बयान के बाद साफतौर पर लोगो के संबोधन में कही गई है। इसमें आबेदीन कह रहे हैं कि संसद ने 1994 में प्रस्ताव पारित कर के स्पष्ट कहा था कि पाक कब्जे वाला कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है। अब समय आ गया है कि भारत अपने इस अभिन्न हिस्से को वापस लाकर अखंड कश्मीर का सपना पूरा करें। उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए वो ऐतिहासिक दिन होगा, जब पीओके का विलय भारत में हो जाएगा। इस मामले में भारत का हर नागरिक भारत सरकार और भारतीय सेना के साथ है।
दीवान सैयद ने किया था सीएए का समर्थन
इस मामले को लेकर सेना प्रमुख नरवणे ने बीते दिनों कहा था कि यदि सेना को आदेश मिलता है तो वह पाक कब्जे वाले कश्मीर को अपने नियंत्रण में ले सकती है। इससे पहले दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि नागरिकता कानून को लेकर देश में गलतफहमी फैलाई जा रही है। यह कानून देश के मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। मुसलमानों को इससे डरने की जरूरत नहीं है, इससे किसी प्रकार से उनकी नागरिकता को खतरा नहीं है।