Shiromani Akali Dal Delhi demands 195 crore to be recovered from Sirsa and Gang
शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने सिरसा एन्ड गैंग से 195 करोड़ वसूले जाने की मांग
नई दिल्ली-शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने जीके से 5 करोड़ और सिरसा एन्ड गैंग से 195 करोड़ वसूलने की मांग की। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने प्रेस वार्ता आयोजित कर जानकारी दी।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति कार्यकारिणी की ओर से अपने पूर्व प्रधान मनजीत सिंह जीके से 5 करोड रुपए की वसूली का प्रस्ताव लाए जाने के एक दिन बाद इस मुद्दे को लेकर शिरोमणि अकाली दल दिल्ली ने कमेटी के मौजूदा प्रधान एमएस सिरसा को कटघरे में खड़ा किया है शिरोमणि अकाली दल दिल्ली का कहना है कि गुरु की गोलक से उड़ाए गए बाकी 195 करोड़ रुपए सिरसा और उसके गैंग से वसूले जाने चाहिए क्योंकि ये लूट सिरसा के ही कमेटी महासचिव रहने के दौरान हुआ।
एस ए डी डी प्रमुख परमजीत सिंह सरना ने कहा यह पद की जानकारी में है कि डीएसजीएमसी से जब हमने दफ्तर छोड़ा था तो नगदी और प्रोजेक्ट समेत इस तरह खज़ाना करीब 200 करोड़ रुपए का था जब मनजीत सिंह जीके को प्रधान पद से हटाना पड़ा तो उसी के तहत सिरसा ने यह पद संभाला तब तक डीएसजीएमसी दिवालिया होने के कगार पर आ गई थी सिरसा के तहत अब कमेटी की वित्तीय कमर महा घोटालों के बोझ के तले टूट गई है।
सरदार सरना ने कहा जीके के खिलाफ पांच करोड की वसूली के प्रस्ताव से सिरसा और उसके गैंग ने बाकी 195 करोड रुपए पर पर्दा डालने की कोशिश की है हम इस माफिया डॉन को याद दिलाना चाहते हैं कि संगत का संबंध किसी की निजी जागीर से नहीं होता अगर वह और उससे रिपोर्ट करने वाली कार्यकारिणी के समझती है कि जीके पर कमेटी का सिर्फ पांच करो रुपए बकाया है तो सिरसा और अन्य निर्वाचित पदाधिकारियों को भी बाकी 195 करोड रुपए के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
SADD प्रमुख सरना ने सिरसा और उसकी कार्यकारिणी टीम से 195 करोड रूपए आपस में खट्टा कर तत्काल डीएसजीएमसी के खाते में उसी तरह डालने की मांग की है जैसे कि वह जीके से 5 करोड़ रुपए की मांग कर रहे हैं सरना ने कहा भूतपूर्व घोटाले जिनकी वजह से नकदी और प्रोजेक्ट ओं के तौर पर 200 करोड़ रुपए की लूट हुई है इन्हें तब कमेटी महासचिव के नाते सिरसा की रजामंदी मिली हुई थी सिरसा अब खुद को ही अभियोजन और जूरी घोषित कर चतुर सुजान बनने की कोशिश कर रहा है हम सिरसा और उसकी धूर्त कार्यकारिणी को बचकर नहीं निकलने देंगे।